Caulophyllum – कॉलोफ़ाइलम
Caulophyllum प्रसव को आसान बनाने, झूठी प्रसव पीड़ा (False Labor Pain) को रोकने और महिलाओं के जोड़ों के दर्द की बेहतरीन दवा है। जानें गर्भावस्था में इसके उपयोग और लाभ।
Caulophyllum, जिसे 'Blue Cohosh' भी कहा जाता है, होम्योपैथी में महिलाओं, विशेषकर गर्भावस्था (Pregnancy) और प्रसव (Childbirth) के समय की समस्याओं के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण औषधि है।
1. प्रसव से एक मास पूर्व लेने से सहज-प्रसव (Easy Delivery)
- प्रसव (Delivery/Labor) की दृष्टि से यह औषधि स्त्री का अत्यन्त मित्र है।
- डॉ. डगलस बोरलैंड अपनी पुस्तक 'होम्योपैथी फॉर मदर एण्ड इन्फैंट' (Homeopathy for Mother and Infant) में लिखते हैं: "होम्योपैथ-चिकित्सकों का यह अनुभव है कि उनकी मरीजा प्रसव-वेदना (Labor Pain) से बची रहती है। होम्योपैथी में एक औषधि है 'कॉलोफ़ाइलम' जिसका काम प्रसव-कार्य को इस प्रकार नियन्त्रित (Regulate) कर देना है कि प्रसव के समय कोई कष्ट नहीं होता।"
- उपयोग विधि: प्रसव से एक मास पूर्व अगर प्रतिदिन Caulophyllum 6 या 30 की एक मात्रा ले ली जाए, तो प्रसव के समय किसी प्रकार का कष्ट नहीं होगा।
- प्रभाव क्षेत्र: इस औषधि का विशेष-प्रभाव जरायु (Uterus) पर है।
2. यह झूठी प्रसव-पीड़ा को रोकती है (Stops False Labor Pains)
- प्रसव के अन्तिम मास में कभी-कभी झूठी प्रसव-पीड़ा (False Labor Pain) हुआ करती है।
- इस झूठी प्रसव-पीड़ा के समय यह औषधि इस प्रकार की पीड़ा को शान्त कर देती है।
- यह औषधि हर शक्ति (Potency) में काम करती है—30 या 200 कोई भी शक्ति दी जा सकती है।
3. गर्भकाल में गर्भपात को रोकती है (Prevents Miscarriage)
- इस औषधि का प्रसवकाल (Time of delivery) में सबसे अधिक प्रयोग है। अगर प्रसव-काल में रुधिर (Blood) जाने लगे या गर्भपात (Abortion/Miscarriage) का भय खड़ा हो जाए, तो इस औषधि के प्रयोग से यह शंका दूर हो जाती है।
4. प्रसव-काल में ठीक समय पर प्रसव में सहायक है
- जहाँ यह गर्भपात को रोकती है, वहाँ आश्चर्य यह है कि प्रसव-काल में प्रसव में देरी होने को भी रोकती है, और ठीक समय पर बिना पीड़ा के प्रसव कराने में सहायक है।
- जब प्रसव-काल के समय जरायु का मुख (Os Uteri/Cervix) संकुचित (Contracted/Rigid) होकर प्रसव में देरी करने लगता है, तब इस औषधि से प्रसव-पीड़ा जल्दी होने लगती है। यह जरायु के कार्य को नियमित (Regulate) करके प्रसव को ठीक ढंग पर करा देती है।
- संक्षेप में, यही कहा जा सकता है कि इस औषधि का कार्य प्रसव के कार्य को नियन्त्रित कर देना है।
- जब प्रसव नहीं होना चाहिए और समय से पहले होने लगे, तब इसे रोक देती है।
- और जब होना चाहिए परन्तु देरी होने लगे (Delayed Labor), तब प्रसव में सहायता कर देती है।
- लोग कहा करते हैं: "चित्त भी मेरी, पट्ट भी मेरी" (Heads I win, tails you win); ठीक इसी तरह गर्भपात को भी यह रोकती है, और प्रसव होने में विलम्ब को भी यह रोकती है।
5. स्त्रियों के अंगुलियों आदि छोटे जोड़ों में दर्द (Rheumatism in Small Joints)
- स्त्रियों के वातरोग (Rheumatism/Arthritis) में यह बहुत उपयोगी है।
- जब छोटे जोड़ों (Small Joints) में दर्द बैठ जाता है, गठिया-रोग में जब दर्द फिरा करता है (Wandering pain), हर मिनट स्थान बदलता रहता है, और अंगुलियों के जोड़ सख्त (Stiff) पड़ जाते हैं, तब Pulsatilla की तरह यह जोड़ों के दर्द में आराम करती है।
6. छोटी बच्चियों का प्रदर (Leucorrhoea in Little Girls)
- डॉ. फैरिंगटन (Dr. Farrington) लिखते हैं कि छोटी बच्चियों के प्रदर (Leucorrhoea/White discharge) में जब स्राव (Discharge) अधिक होता हो, और बच्ची कमजोर होती जाती हो, तब यह औषधि लाभप्रद है।
7. शक्ति (Potency)
- 6, 30, 200 शक्ति। (गर्भावस्था में सामान्यतः 30 शक्ति का प्रयोग अधिक सुरक्षित और प्रभावी माना जाता है)।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्रश्न 1: प्रसव को आसान बनाने के लिए Caulophyllum कब लेना शुरू करना चाहिए?
उत्तर: लेख के अनुसार, प्रसव (Delivery) की संभावित तिथि से एक महीने पहले इसे लेना शुरू करना चाहिए। आमतौर पर 30 शक्ति की एक खुराक प्रतिदिन ली जा सकती है।
प्रश्न 2: क्या यह दवा गर्भपात (Miscarriage) को रोक सकती है?
उत्तर: जी हां, यदि गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय में कमजोरी के कारण हल्का रक्तस्राव हो रहा हो या गर्भपात का खतरा हो, तो यह दवा गर्भाशय को मजबूत करके उसे रोकती है।
प्रश्न 3: Caulophyllum और Pulsatilla में क्या समानता है?
उत्तर: दोनों दवाएं महिलाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं और दोनों में ही "दर्द का स्थान बदलना" (Shifting pain) एक प्रमुख लक्षण है, विशेषकर जोड़ों के दर्द में।