Nux Moschata (Nutmeg) – नक्स मास्केटा
नक्स मौस्केटा (Nux Moschata) के व्यापक लक्षणों को जानें, जिसमें स्नायु-शक्ति की हीनता, हर समय सोने की इच्छा (तंद्रा), शरीर का अत्यधिक सूखापन, प्यास का अभाव, और खाने के तुरंत बाद पेट फूलना शामिल है।
नक्स मौस्केटा (Nux Moschata), जिसे जायफल भी कहते हैं, एक 'सर्द' (Chilly)प्रकृति की औषधि है। यह अपने गहरे स्नायु-संस्थान (Nervous system)पर प्रभाव और अनोखी शारीरिक शुष्की के लिए जानी जाती है।
मुख्य लक्षण तथा रोग (GENERALS AND PARTICULARS):
- स्नायु-संस्थान (Nervous system) के शारीरिक रोग: लड़खड़ाना, कांपना, थकावट, सुस्ती आदि।
- स्नायु-संस्थान के मानसिक रोग: मृगी (Epilepsy), स्मृति-लोप (Amnesia), रोगी जो कर रहा है उसे छोड़ आगा-पीछा भूल जाता है।
- रोगी तंद्रा (Drowziness) में रहता है: उसे जगाये रखना कठिन होता है।
- कभी रोना, कभी हंसना जैसी हिस्टीरिया (Hysteria) की-सी मानसिक अवस्था।
- जरा-सी बात पर बेहोशी (Fainting fits)।
- मुख सूखे होने पर भी प्यास न होना: शरीर में अत्यधिक शुष्की।
- जो कुछ खाता है उसका गैस बन जाता है; बदहजमी (Dyspepsia)।
- पसीना न आना:शरीर में पसीने का अभाव।
(1) स्नायु-संस्थान के शारीरिक रोग - लड़खड़ाना
- डॉ० कैन्ट (Dr. Kent) लिखते हैं कि यह औषधि मुख्य औषधियों में नहीं है, हम प्रायः 'अनेक कार्य-साधक' (Polychrests) औषधियों से अपना काम चलाया करते हैं, परन्तु जहां इस औषधि के लक्षण हों, वहां इसी से काम चलता है।
- इस औषधि का स्नायु संस्थान (Nervous system)पर विशेष प्रभाव है, इसलिये स्नायविक रोगों (Nervous diseases)में इसका उपयोग होता है।
- स्नायु-संस्थान के रोग शारीरिक तथा मानसिक हो सकते हैं। शारीरिक रोगों में हाथ-पैर का ठीक-से न चलना (Locomotor ataxia), लड़खड़ाना (stumbling), कांपना (trembling), थकावट (fatigue), सुस्ती (languor) आदि लक्षण ऐसे हैं जो इस औषधि के अधिकार-क्षेत्र में आते हैं।
- ये शारीरिक कमजोरी के रोग आर्सेनिक (Arsenic) की-सी कमजोरी को नहीं सूचित करते। आर्सेनिक में तो शारीरिक कमजोरी से रोगी इतना पस्त (exhausted) हो जाता है कि उसमें बल ही नहीं रहता।
- नक्स मौस्केटा का रोगी स्नायु-शक्ति (Nervous force)की हीनता के कारण अपने को दुर्बल अनुभव करता है, थका रहता है, इस थकावट से उस पर सुस्ती चढ़ी रहती है, लेटा रहता है। कभी-कभी इस स्नायविक दुर्बलता से उसे बेहोशी के दौरे (fainting fits) पड़ जाते हैं।
(2) स्नायु-संस्थान के मानसिक रोग - मृगी, स्मृति-लोप, रोगी जो कर रहा है उसे छोड़ आगा-पीछा भूल जाता है
- मानसिक दृष्टि से रोगी जो कुछ कर रहा होता है उसे तो किये जाता है, परन्तु उसे किसी बात का आगा-पीछा याद नहीं रहता।
- दिन भर रोगी अपने पुत्र से बात करता रहे, परन्तु उसे इतना भी स्मरण (recollection)नहीं रहता।
- भूतकाल की किसी घटना को वह याद नहीं कर सकता, जो कुछ वह कर रहा है उसे वह जानता है, परन्तु थोड़ी देर बाद ही उस सब किये को वह भूल जाता है।
- एक तरह से वह वर्तमान काल (present time)में जीता है, भूत-काल (past) से उसका नाता टूट जाता है।
- वह अपने काम को किये जाता है, परन्तु जी ऐसे रहा होता है मानो किसी स्वप्न (dream) में जिन्दगी बिता रहा हो।
- अपने मित्रों तक को भूल जाता है।
- ऐसी मानसिक अवस्था प्रायः हिस्टीरिया (Hysteria)रोग ग्रस्त पुरुष-स्त्रियों की हुआ करती है।
- इस औषधि के निर्वाचन (selection) में रोगी की मानसिक अवस्था चिकित्सक के लिये निर्देशन (guidance) का काम करती है।
(3) रोगी तन्द्रा(Drowziness) में रहता है, उसे जगाये रखना कठिन होता है
- रोगी हर किसी समय सोने के लिये तैयार रहता है। उसे जगाये रखने के लिये बड़ा प्रयत्न करना पड़ता है।
- समय-कुसमय (at any time), जिस किसी भी समय वह झट सो जाता है, बहुत प्रयत्न करने पर भी वह नींद का दमन (suppress sleep) नहीं कर सकता।
- उस पर नींद की खुमारी (drowsiness)चढ़ी रहती है, मानो नशे में हो।
- 'तन्द्रा' (Drowziness)की यह हालत ओपियम (Opium) में भी है, परन्तु ओपियम में 'तन्द्रा' की जगह'बेहोशी' (Coma) होती है, रोगी जोर-जोर से खुर्राटें (snoring) भरता है, मल-मूत्र अपने आप निकल जाता है, इन्द्रियां शुरू में तो बेहद तीव्र होती हैं, परन्तु पीछे जाकर कुंठित (dulled) हो जाती हैं, ओपियम की ये अवस्थाएं नक्स मौस्केटा में नहीं होतीं।
(4) कभी रोना, कभी हंसना जैसी हिस्टीरिया की-सी मानसिक अवस्था
- रोगी क्षण भर पहले हंसता था, खेलता था, क्षणभर बाद रोने बैठ जाता है, या अभी रोता था, कुछ देर बाद हंसने लगता है।
- इस प्रकार की मनोवृत्ति (mood) हिस्टीरिया में होती है, और इसीलिये हिस्टीरिया में लक्षणानुसार (according to symptoms)इसका उपयोग होता है।
- इग्नेशिया (Ignatia) में भी ऐसा होता है।
(5) जरा-सी बात पर बेहोशी (Fainting fits)
- किसी जरा-सी बात से रोगी को मूर्च्छा (fainting)का दौरा पड़ जाता है।
- खून देख लेना, देर तक खड़े रहना, तेज गंध (strong odor), कोई उद्वेगात्मक घटना (emotional event), किसी भी बात से रोगी को मूर्च्छा (fainting)आ जाती है।
(6) मुख सूखे होने पर भी प्यास न होना
- रोगी का हर अंग सूखा होता है। त्वचा सूखी, आंखें सूखी, नाक, होंठ, गला सब सूखा रहता है।
- जीभ इतनी सूख जाती है कि तालु (palate) में चिपक जाती है, परन्तु इस सारे सुखेपन (dryness) में अद्भुत-लक्षण (marvelous symptom) यह है कि रोगी को प्यास नहीं लगती।
- जीभ इतनी सूखी होती है कि उसमें से लार (saliva) न निकलने के कारण भोजन गले के नीचे नहीं उतरता। एपिस (Apis), पल्सेटीला (Pulsatilla), लैकेसिस (Lachesis) में भी प्यास नहीं है।
(7) जो कुछ खाता है उसका गैस बन जाता है; बदहजमी (Dyspepsia)
- बदहजमी (Dyspepsia)में यह अत्युत्तम औषधि (excellent medicine)है।
- रोगी को गैस (flatulence)की शिकायत रहती है। जो कुछ खाता है सब गैस बन जाता है।
- पेट गैस से इतना फूल जाता है कि गैस का दिल और फेफड़ों पर दबाव (pressure)पड़ने से रोगी को दिल की धड़कन (palpitation)और श्वास कष्ट (shortness of breath)होने लगता है।
- नक्स मोस्केटा में खाना खाते ही पेट-दर्द हो जाता है; नक्स वोमिका (Nux Vomica)में खाने के बाद पेट भारी हो जाता है या हल्का दर्द शुरू हो जाता है, खाना हजम (digested) होने तक बना रहता है, ऐनाकार्डियम (Anacardium)में पेट खाली होने पर पेट-दर्द शुरू हो जाता है, खाना खा लेने पर पेट-दर्द ठीक हो जाता है।
(8) पसीना न आना
- इस औषधि का एक विचित्र लक्षण (peculiar symptom)यह है कि उसे पसीना नहीं आता।
शक्ति तथा प्रकृति
- यह औषधि 6, 30, 200 (शक्ति - potency) में प्रयोग की जाती है।
- औषधि 'सर्द' (Chilly)-प्रकृति के लिये है।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. नक्स मौस्केटा का सबसे विलक्षण शारीरिक लक्षण क्या है?
नक्स मौस्केटा का सबसे विलक्षण लक्षणमुख, आँख, त्वचा आदि शरीर के हर अंग का सूखा होना है, जिसके बावजूद रोगी को प्यास बिल्कुल नहीं लगती।
Q2. नक्स मौस्केटा के रोगी की मानसिक अवस्था कैसी होती है?
रोगी तंद्रा (Drowziness)में रहता है और उसे जगाना कठिन होता है। वह स्मृति-लोप (Amnesia) के कारण भूत-काल की बातें भूल जाता है और वर्तमान में स्वप्न (dream) जैसी अवस्था में जीता है। उसमें कभी रोना, कभी हंसना जैसी हिस्टीरिया की मनोवृत्ति भी होती है।
Q3. नक्स मौस्केटा में बदहजमी (Dyspepsia) की क्या विशेषता है?
नक्स मौस्केटा में खाना खाते ही या खाने के तुरंत बाद पेट दर्द या गैस की शिकायत शुरू हो जाती है, जो पेट फूलने और हृदय/फेफड़ों पर दबाव डालने से श्वास कष्ट पैदा करती है।
Q4. नक्स मौस्केटा और ओपियम (Opium) में क्या अंतर है?
नक्स मौस्केटा में 'तंद्रा' (Drowziness)होती है, जहाँ रोगी सो जाता है लेकिन जगाया जा सकता है। ओपियम में 'बेहोशी' (Coma) होती है, जिसमें रोगी जोर से खुर्राटें भरता है और मल-मूत्र अनजाने में निकल जाता है, जो नक्स मौस्केटा में नहीं होता।
यह सामग्री सिर्फ शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है और से पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए।