Ceanothus Americanus – सिएनोथस अमेरिकेनस
Ceanothus तिल्ली (Spleen) के बढ़ने और उसमें दर्द की अचूक दवा है। जानें इसके लक्षण, मलेरिया के बाद होने वाली समस्याओं में इसका उपयोग और बाईं तरफ के सीने के दर्द में अन्य दवाओं से तुलना।
Ceanothus Americanus, जिसे संक्षेप में Ceanothus कहा जाता है, होम्योपैथी में "आर्गन रेमेडी" (Organ Remedy - अंग विशेष की दवा) के रूप में जानी जाती है। इसका सबसे प्रमुख कार्य तिल्ली या प्लीहा (Spleen) के रोगों को ठीक करना है।
1. पेट में बाईं तरफ़ तिल्ली (स्प्लीन) में दर्द
- होम्योपैथी में कई औषधियां ऐसी हैं जिनका किसी विशेष अंग (Specific Organ) पर विशेष प्रभाव है। उन्हीं में से Ceanothus है।
- इसका तिल्ली (Spleen) पर विशेष प्रभाव है। भारत में सब कोई जानते हैं कि मलेरिया (Malaria) के निरन्तर-आक्रमण से तिल्ली बढ़ जाया करती थी (Splenomegaly)।
- डॉ. बर्नेट (Dr. Burnett) का कथन था कि इस औषधि से बढ़ी हुई तिल्ली ठीक हो जाती है। उन्होंने अपनी पुस्तक 'डिजीज़ेज़ ऑफ दी स्प्लीन एण्ड देयर रेमेडीज़' (Diseases of the Spleen and Their Remedies) में इस औषधि पर विशेष बल दिया है।
- तिल्ली बढ़ जाने से पेट के बाईं तरफ (Left side) के नीचे के हिस्से में दर्द होता है। यह दर्द उपरालु (Superficial) न होकर अन्दर गहराई (Deep) में हुआ करता है। इसका कारण तिल्ली का बढ़ जाना है।
- कभी-कभी निदान करने वाले (Doctors) दर्द के बाईं तरफ होने के कारण, इस दर्द को हृदय-शूल (Angina/Heart pain) समझ लेते हैं।
- डॉ. बर्नेट ने तिल्ली बढ़ने के अनेक ऐसे रोगी, जिन्हें डॉक्टरों ने हृदय-शूल (Heart disease) के रोगी घोषित कर दिया था, इस औषधि से आश्चर्यजनक तौर पर ठीक किए।
बाईं तरफ के दर्द के लिए अन्य औषधियां (Comparison of Left-Sided Pain)
- छाती और पेट के बाईं तरफ के दर्द के लिए स्थान के अनुसार अलग-अलग दवाएं हैं:
Myrtus Communis:
- गले के दोनों तरफ की हड्डियों—कंठास्थि (Collar bone/Clavicle)—में से बाईं तरफ की हड्डी के नीचे के दर्द में Myrtus Communis 3 शक्ति लाभप्रद है।
- यह दर्द टी.बी. (Tuberculosis) में पीछे बाएं स्कन्ध-फलक (Shoulder blade/Scapula) तक जाता है।
Sumbul:
- कॉलर-बोन (Collar bone) के कुछ नीचे बाईं तरफ दर्द हो, तो यह Sumbul का क्षेत्र है।
- इससे (Sumbul का क्षेत्र) भी कुछ नीचे बाईं तरफ दर्द हो, तो यह Fluoric Acid का क्षेत्र है।
- इसमें छाती में भारीपन महसूस होता है, सांस लेने में कठिनाई (Dyspnea) होती है।
- यह दर्द अगर बाईं तरफ होता हुआ भी अधिकतर दाईं तरफ हो, तो यह Aurum का क्षेत्र है।
- यदि स्त्री की बाईं छाती (Left Breast) के ठीक नीचे दर्द होता हो, तो यह Cimicifuga (सिमिसिफ़्यूगा) का क्षेत्र है।
Ceanothus:
यदि तिल्ली (Spleen) में बाईं तरफ, पेट के निम्नस्तर (Lower abdomen) में दर्द होता हो, तो यह Ceanothus है।
अन्य सहायक औषधियां और तुलना
तिल्ली के दर्द में जिन अन्य औषधियों की तरफ ध्यान देना आवश्यक है, वे हैं:
- China (चायना)
- Chelidonium (चैलीडोनियम)
- Berberis Vulgaris (बरबेरिस)
- Chininum Sulph (चिनिनम सल्फ़)
- Conium (कोनायम)
अगर रोग की लक्षण-समष्टि (Totality of symptoms) में पेट के नीचे बाईं तरफ का दर्द—यानी तिल्ली का दर्द—रोग का आवश्यक अंग हो, तो उक्त औषधियों में से कोई एक रोग को दूर कर देगी, परन्तु डॉ. बर्नेट की विशेष-आस्था Ceanothus पर है।
तुलनात्मक नियम:
- जैसे Ceanothus का विशेष प्रभाव तिल्ली (Spleen) पर है, वैसे Chelidonium का विशेष प्रभाव जिगर (Liver) पर है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्रश्न 1: क्या Ceanothus का प्रयोग मलेरिया के बाद करना चाहिए?
उत्तर: जी हां, यदि मलेरिया के बाद तिल्ली बढ़ गई हो (Enlarged Spleen) और पेट के बाईं ओर दर्द रहता हो, तो यह सबसे उत्तम औषधि है।
प्रश्न 2: क्या यह दवा दिल के दर्द में काम आती है?
उत्तर: नहीं, यह दवा दिल की नहीं है। लेकिन, जैसा कि लेख में बताया गया है, कभी-कभी तिल्ली का दर्द बाईं ओर होने के कारण 'हार्ट पेन' जैसा लगता है। यदि जांच में दिल ठीक है और तिल्ली बढ़ी है, तो Ceanothus उस दर्द को ठीक कर देगी।
प्रश्न 3: Ceanothus और Chelidonium में क्या अंतर है?
उत्तर: सबसे बड़ा अंतर अंग (Organ) का है। Ceanothus शरीर के बाईं तरफ स्थित 'तिल्ली' (Spleen) की दवा है, जबकि Chelidonium शरीर के दाईं तरफ स्थित 'जिगर' (Liver) की दवा है।